4 Mukhi Rudraksha:चार मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् ब्रह्मा बताया गया है। इसको धारण करने वाला वेद शास्त्र संपन्न ,बहुश्रुत ,सबको प्यारा और धन संपन्न होता है। किसी बात की न्यूनता महसूस नहीं होती। इससे आँखों में तेज और वाणी में मिठास निर्माण होकर शरीर स्वस्थ हो जाता है। ऐसे व्यक्तियों में चित्ताकर्षक निर्माण होकर लोगो को आकर्षित करने की विशेष शक्ति स्थापित होती है।
चार मुख वाले रुद्राक्ष में चार धारियाँ होती हैं। चार मुखी रुद्राक्ष चतुर्मुख ब्रह्मा का स्वरूप माना गया है। चार वेदों का रूप माना गया है। यह मनुष्य को काम, अर्थ, धर्म, मोक्ष चतुर्वर्ग देने वाला है। यह चारों वर्ण – ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य एवं शूद्र तथा चारों आश्रम -ब्रह्मचर्य ,गृहस्थ, वानप्रस्थ तथा संन्यास के माध्यम से पूजित तथा परम वन्दनीय है। इसको पहनने वाला धनादय, अरोग्यवान तथा ज्ञानवान बन जाता है। चार मुख वाला रुद्राक्ष वृद्धिदाता है।
जिस बालक की बुद्धि पढ़ने में कमजोर हो अथवा बोलने में अटकता हो उसके लिये भी यह सर्वोत्तम है। चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक रोगों में शान्ति मिलती है तथा पहनने वाले का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। अग्नि पुराण में इसके विषय में लिखा है कि इसको धारण करने से व्याभिचारी भी ब्रह्मचारी तथा नास्तिक भी आस्तिक हो जाता है।

चार मुखी रुद्राक्ष कैसा होता है(how to identify 4 mukhi rudraksha)
चार मुखी रुद्राक्ष पांच मुखी रुद्राक्ष की तरह ही होता है पर इसमें चार धारियां होती है। यह भी गोल आकर का ही होता है। इसमें इंडोनेशिया और नेपाल दोनों तरह के रूद्राक्ष पाए जाते है।
चार मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे(4 Mukhi Rudraksha Benefits)
चार मुखी रुद्राक्ष के फायदे जो अक्सर देखने में आते है इस प्रकार है-
- यह कुंडली में बुध और गुरु दोनों के दोषो को दूर करता है।
- यह विशुद्ध चक्र को ठीक करता है।
- गले से सम्बंधित बिमारियों में यह फायदा देता है।
- श्वसन से सम्बंधित समस्याओ में यह मदद करता है।
- यह दिमाग को तेज करता है।
- यह याददाश्त और याद करने की क्षमता को बेहतर बनता है।
- यह आपके व्यक्तित्व में निखार लाता है।
- यह आपको बेहतर शिक्षक बनाने में मदद करता है।
- यह आपकी कुशलता और प्रतिभा में निखार लाता है।
- यह आपको सामाजिक व्यक्ति बनाता है। लोगो से जोड़ता है।
- शिक्षा के क्षेत्र और प्रतियोगिताओ में आपको बेहतर प्रदर्शन में मदद करता है।
- चार मुखी रुद्राक्ष अनुसन्धान के क्षेत्र में आपको खोजी बनाता है।
- यह आपको तार्किक और विश्लेषणात्मक गुण प्रदान करता है।
- यह आपको रचनात्मक बनाता है।
- यह किसी भी समस्या को हल करने की शक्ति प्रदान करता है।
- यह आपके बातचीत के तरीके में सुधार करता है और वाणी को भी बेहतर बनाता है।
- यह आपको क्रियाशील बनाता है।
- यह आपको वेद शास्त्रों जैसे विषय को समझने में सहायता प्रदान करता है।
- यह ब्रह्मांड और प्रकृति के रहस्यों को समझने में भी मदद करता है।
- अगर आप मीडिया और संचार से जुड़े है तो आपको यह इस क्षेत्र में काफी फायदा करता है।
- यह एक उत्कृष्ट लेखक, गायक और वक्ता बनाता है।
- यह आपको दिव्य शक्तियों को प्राप्त करने में मदद करता है।
- 4 Mukhi Rudraksha ज्योतिष से जुड़े लोगो को यह फायदा प्रदान करता है।
चार मुखी रुद्राक्ष किस लग्न के लोग पहन सकते है
चार मुखी रुद्राक्ष को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है लेकिन यह उन लोगो के लिए फायदेमन्द है जो लोग पन्ना या पुखराज नहीं पहन सकते या जिनके कुंडली में बुध या गुरु ६-८-१२ का स्वामी है।मिथुन ,कन्या ,सिंह और धनु और मीन लग्न में बुध और गुरु कारक होते है इसलिए इस लग्न के लोग धारण कर सकते है।
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चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र(4 Mukhi Rudraksha Mantra)
चार मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीम नमः” है । इसे धारण करने के लिए रुद्राक्ष की माला से १०८ बार जप करना होता है।
॥ ॐ वां क्रां तां ह्रां ईं ॥
चार मुखी रुद्राक्ष विनियोग मंत्र(4 Mukhi Rudraksha Viniyoga Mantra)
ॐ अस्य श्रीब्रह्मामन्त्रस्य भार्गवऋषि: अनुष्टुपछन्द: ब्रह्मा देवता वां बीजं क्रां शक्ति: अभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोग:।
भार्गव ऋषिये नमः शिरसि। अनुष्टुपछन्दसे नमो मुखे। ब्रह्मा देवताये नमो हृदि। वां बीजाय नमो गुह्यो। क्रां शक्तये नमः पादयोः।
अथ करन्यासः
ॐ ॐ अंगुष्ठाभ्यां नमः।
ॐ वां तर्जनीभ्यां स्वाहा।
ॐ क्रां मध्यमाभ्यां वषट।
ॐ तां अनामिकाभ्यां हुं।
ॐ हां कनिष्ठिकाभ्यां वौषट।
ॐ ईं करतलकरपृष्ठाभ्यां फट ।।
अथाङ्ग न्यासः
ॐ ॐ हृदयाय नमः। ॐ वां शिरसे स्वाहा। ॐ क्रां शिखाए वषट।
ॐ तां कवचाय हुं। ॐ हां नेत्रत्रयाय वौषट। ॐ ईं अस्त्राये फट।।
अथ ध्यानम
प्रणम्य शिरसा शाश्वदष्टनेत्रं चतुर्मुखं।
गायत्री सहितं देव नमामि विधिमिश्वरम।।
चार मुखी रुद्राक्ष किस ग्रह के लिए है(4 Mukhi rudraksha Planet)
चार मुखी रुद्राक्ष को बुध ग्रह के लिए माना गया है। लेकिन कही कही इसे गुरु ग्रह के लिए भी माना है। इसलिए इन दोनों ग्रह के लिए इससे विचार किया जा सकता है।
चार मुखी रुद्राक्ष प्रदीप मिश्रा जी(4 Mukhi rudraksha By Pradeep Mishra)
पंडित प्रदीप मिश्रा जी के अनुसार “चार मुखी रुद्राक्ष खोई हुई वास्तु को प्रदान कर देता है। चावल की कटोरी में चार मुखी रुद्राक्ष को घर के केंद्र में रखने पर घर में खोई हुई वास्तु प्राप्त हो जाती है।“
चार मुखी रुद्राक्ष की कीमत(4 Mukhi Rudraksha Price)
चार मुखी रुद्राक्ष भी पांच मुखी की तरह आसानी से मिल जाता है। इसकी कीमत १० रूपये से शुरू होकर ५०० रूपये के आस पास चली जाती है। जो इसकी गुणवत्ता के अनुसार होती है।
आवश्यक जानकारी :4 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानकारी विभिन्न पुस्तकों और अनुभव के आधार पर प्रदान की गयी है। हम पाठको से अनुरोध करते है की रुद्राक्ष के तथ्यों पर अपना विवेक का प्रयोग अवश्य करे।
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