अनंत कालसर्प दोष जातक की कुंडली में तब बनता है जब कुंडली के लग्न या पहले भाव में राहु ग्रह मौजूद हो और केतु सातवें भाव में मौजूद हो।  

अनंत कालसर्प दोष क्या

इस दोष में अनेक व्याधियों का सामना करना पड़ता है आर्थिक स्थिति बहुत ही अस्थिर रहती है। 

फलस्वरूप उसकी मानसिक व्यग्रता उसके वैवाहिक जीवन में भी जहर घोलने लगती है।

अनंत कालसर्प दोष के उपाय

प्रत्येक सोमवार शिवजी को दूध अर्पण करना चाहिए। अगर दूध में केसर मिला के तो यह विवाह के लिए भी कारगार रहेगा।

 नाग पंचमी के दिन कालसर्पदोष निवारक यंत्र घर में स्थापित करें और सरसों के तेल का दीपक लगा कर नियमित पूजन करें।

नागपंचमी के दौरान रांगे (एक धातु) से बना सिक्का पानी में प्रवाहित करें। 

नागपंचमी के दिन में एकमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें। इन रुद्राक्ष का कवच बनवा कर अभिमंत्रित करके धारण करे

सात मुखी रुद्राक्ष अनंत नाम से विख्यात है। सात मुखी रुद्राक्ष के सात मनको को धारण करना चाहिए।