पंचांग में तिथियां,महीने और वार को किन नामो से जाना जाता है यह तो हम नहीं जानते लेकिन हम सभी महीनो के अंग्रेजी कैलेंडर के नाम जो की जनवरी ,फरवरी ,मार्च ,अप्रेल ,मई ,जून ,जुलाई ,अगस्त ,सितम्बर ,अक्टूबर ,नवम्बर और दिसम्बर है आदि अच्छी तरह से जानते है। लेकिन ज्योतिष और हिन्दू पंचांग के अनुसार महीनो ,तिथियां तथा वार के नाम कुछ अलग होते है जिनका सम्बन्ध ग्रहो ,राशियों और नक्षत्रो से होता है।

पंचांग में इन १२ महीनो को द्वादस मास के नामो से जाना जाता है जो की संस्कृत और हिंदी में होते है
- चैत्र–चैत्र को मधु और मीन भी कहते है।
- वैशाख -वैशाख को माधव और मेष भी कहते है।
- ज्येष्ठ -ज्येष्ठ को शुक्र और वृष भी कहते है।
- आषाढ़ -आषाढ़ को शुचि और मिथुन भी कहते है।
- श्रावण -श्रावण को नभ और कर्क भी कहते है।
- भाद्रपद -भाद्रपदको नभस्य और सिंह भी कहते है।
- आश्विन -आश्विन को ईश और कन्या भी कहते है।
- कार्तिक -कार्तिक को ऊर्ज और तुला भी कहते है।
- मार्गशीर्ष -मार्गशीर्ष को सिंह और वृश्चिक भी कहते है।
- पौष -पौष को सहस्य और धन भी कहते है।
- माघ -माघ को तप और मकर भी कहते है।
- फाल्गुन -फाल्गुन को तपस्व और कुम्भ भी कहते है
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पंचाग में १६ तिथियों के नाम
- प्रतिपदा (पड़वा)
- द्वितीया (दूज)
- तृतीया (तीज)
- चतुर्थी (चौथ)
- पंचमी (पंचमी)
- षष्ठी (छठ)
- सप्तमी (सातम)
- अष्टमी (आठम)
- नवमी (नौमी)
- दशमी (दसम)
- एकादशी (ग्यारस)
- द्वादशी (बारस)
- त्रयोदशी (तेरस)
- चतुर्दशी (चौदस)
- अमावस्या (अमावस)
- पूर्णिमा (पूर्णमासी)
ये सभी तिथियां ५ प्रकार की तिथियों के अंतर्गत आती है
- नंदा तिथि: पड़वा, छठ और एकादशी यह नंदा तिथि कहलाती हैं।
- भद्रा तिथि: द्वितीया, सप्तमी और द्वादशी यह भद्रा तिथि कहलाती हैं।
- जया तिथि: तृतीया, अष्टमी और त्रयोदशी जया तिथियां कहलाती हैं।
- रिक्ता तिथि: चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी यह रिक्ता तिथियां कहलाती हैं।
- पूर्णा तिथि: पंचमी, दशमी और पूर्णिमा और अमावस्या यह पूर्णा तिथि कहलाती हैं।
ज्योतिष पंचांग में ७ वार इस प्रकार है
- आदित्यवार: आदित्यवार को इतवार या रविवार
- चंद्रवार: चंद्रवार को सोमवार
- भौमवार: भौमवार को मंगलवार
- बुद्धवार: बुद्धवारको बुधवार
- बृहस्पति: बृहस्पति को गुरुवार
- जुमेरात: जुमेरात को शुक्रवार और जुमा
- शनिश्चर: शनिश्चर को शाबर और शनिवार
राहु-केतु ये दोनों सात वार में मिलकर नवगृह कहलाते है।
इस पोस्ट में आपने पंचांग के १२ महीनो के नाम संस्कृत और हिंदी में जाने। इसके अलावा पंचाग में १६ तिथियों के नाम के बारे में जाना और यह जाना की यह किन पांच तिथियों के अंतर्गत आती है। और अंत में ज्योतिष पंचांग के 7 वारो के नाम के बारे में जाना। अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आये तो जरूर like करे शेयर करे।
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