एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे|1 Mukhi Rudraksha Benefits in hindi

एक मुखी रुद्राक्ष में एक प्राकृतिक धारी होती है। एक मुखी रुद्राक्ष को परब्रह्म माना जाता है। इसे साक्षात्‌ भगवान शिव का ही रूप माना जाता है, इसमें भगवान शिव खुद ही विराजते हैं। एक मुखी रुद्राक्ष के विषय में कहा गया है कि इसके दर्शन मात्र से ही मानव का कल्याण हो जाता है, तो पूजन अथवा धारण से क्‍या नहीं हो सकता होगा ? यह ब्रह्म-हत्या जैसे महापाप को नष्ट करता है। जिस घर में यह होता है उस घर में लक्ष्मी विशेष रूप से विराजमान होती हैं।1 Mukhi Rudraksha Benefits in hindi में हम इसके मंत्र ,लाभ ,पहचान और सावधानियाँ आदि विषयो के बारे में पढेंगे।

एक मुखी रुद्राक्ष घारणकर्त्ता को सभी तरह के नुकसान तथा डर से दूर रखता है। जिसके साथ भगवान शिव खुद ही रहते हों उसे भला क्या प्राप्त नहीं हो सकता है। एक मुख वाला रुद्राक्ष सर्वोत्तम, सर्वमनोकामना-सिद्धि, फलदायक और मोक्षदाता है। इसे सभी रुद्राक्षों में सबसे ज्यादा फल देने वाला माना गया है। इसे धारण करने से सभी तरह के अनिष्ट दूर हो जाते हैं, चाहे वह परिस्थितिवश हों या दुश्मन-जनित।

तंत्र विज्ञान के क्षेत्र में साक्षात शंकर के समान महाभोगी या योगीजन ही एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की क्षमता रखता है। एक मुखी रुद्राक्ष के स्वामी को जीवन में अभाव नाम की चीज नहीं रहती। लक्ष्मी का स्थायी निवास उनके यहां रहता है। एक मुखी रुद्राक्ष की एक पहचान और भी है कि यदि इसे एक कप पानी में डाल दिया जाय तो आधे घण्टे में ही पानी ऊष्णता धारण कर लेता है।

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से चित्त-वृत्ति प्रसन्‍न रहती है। अनायास धन सम्पन्नता प्राप्त होती है। व्यक्तित्व में निखार तथा शत्रु पर विजयश्री प्राप्त हो जाती है। जीवन में हर कदम पर सफलता कदम चूमती है। मनोरथ परिपूर्ण होते हैं। जीवन में तृप्ति का आभास निरन्तर होता रहता है। तपेदिक जैसे रोगों से
निवृत्ति व दमा छूट जाता है।

एक मुखी रुद्राक्ष को पूजने से मनवांछित फल प्राप्त होता है। गले में अथवा पूजन में एक मुख वाला रुद्राक्ष धारण करने से अवश्य ही पुण्य उदय होता है। एक मुख वाला रुद्राक्ष मानसिक शान्ति देकर मानव के समस्त पाप तथा संकट हर लेता है इसमें कोई शक नहीं है तथा यह प्रमाणित है।

रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा-शुद्धि या सिद्ध करना एक विशिष्ट प्रक्रिया है। अटूट लक्ष्मी प्राप्ति के लिए इसका किया जाना आवश्यक है।

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एकमुखी रुद्राक्ष दक्षिण भारत
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एक मुखी रुद्राक्ष कैसा होता है(How to identify 1 Mukhi Rudraksha)

हम जो एक मुखी रुद्राक्ष देखते है वो काजू के आकर का होता है उसे दक्षिण भारत का एक मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है। कुछ लोग एक मुखी काजू दाने को भद्राक्ष भी कहते है क्योंकि यह नेपाल में मिलने वाले दुर्लभ गोल रुद्राक्ष से बिलकुल अलग होता है।इसकी प्रकृति भी अलग होती है क्योंकि यह भी दो मुखी भद्राक्ष की तरह ही नजर आता है।

काजू दाना एक मुखी में उसके आकार के अनुसार भी कीमत बड़ा दी जाती है जैसे अगर काजू दाने के आकार को दबाये यानि लम्बाई कम करे तो यह गोल जैसा दिखने लग जायेगा इसे ही गोल कहकर बेच सकते है।फोटो में a और b दक्षिण भारत के एक मुखी रुद्राक्ष है और c २ मुखी भद्राक्ष है। इन दोनों में आप इनकी संरचना एक जैसी देख सकते है इसी लिए इन्हे कुछ विद्वान भद्राक्ष की श्रेणी में रखते है।

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दक्षिण भारत के एक मुखी और दो मुखी रुद्राक्ष या भद्राक्ष

नेपाली गोल एक मुखी रुद्राक्ष बहुत ही दुर्लभ रूप से मिलता है और अगर मिलता भी है तो कीमत लाखो रुपये बता दी जाती है। लेकिन दूकानदार एक मुखी बनाने के लिए निराकार रुद्राक्ष का प्रयोग करते है जिसमे एक धारी बनाकर एक मुखी का रूप दे दिया जाता है। इसके बाद कुछ रुद्राक्ष को समय से पहले ही पेड़ से तोड़ लिया जाता है जिसमे धारियाँ बनना शुरू होती है।

कच्चा रुद्राक्ष
कच्चा रुद्राक्ष जिसमे कोई धारी नहीं

पांच मुखी रुद्राक्ष में कभी -कभी पहले एक धारी का निर्माण हो जाता है और अन्य धारियां नहीं बन पाती इसलिए उसे ही एक मुखी रुद्राक्ष बनाकर बेच दिया जाता है। इन रुद्राक्षों की जब Xray रिपोर्ट निकाली जाती है तो अंदर से पांच बीज नजर आ जाते है। यह निराकार रुद्राक्ष में भी होता है। इसलिए एक मुखी गोल रुद्राक्ष लेने से बचना चाहिए।

इंडोनेशिया का एक मुखी रुद्राक्ष का आकार इतना छोटा होता है की आप उसमे लकीर को ठीक से समझ नहीं सकते। यह भी ठीक से विकसित नहीं हुए पांच मुखी या चार मुखी के साथ हो सकता है। इतने छोटे रुद्राक्ष को Xray में ठीक से समझा नहीं जा सकता इसकी कीमत भी हजारो में चली जाती है।अगर आप इंडोनेशिया रुद्राक्ष की माला जो बाजार में 80 रुपये के आस पास मिलती है उसमे एक मुखी की तरह दाना नजर आ सकता है।

इसलिए एक मुखी गोल और इंडोनेशियन रुद्राक्ष को न ख़रीदे तो ही बेहतर है। काजूदाना रुद्राक्ष को भी भद्राक्ष की श्रेणी में रखा जाता है और इसे महंगा भी बेचा जाता है लेकिन इसकी कीमत ५० रुपये के आस -पास होती है लेकिन डिमांड के कारण यह महंगे दाम में बेचा जाता है।

एक मुखी रुद्राक्ष कहां मिलेगा

असली एक मुखी रुद्राक्ष जो उपलब्ध है वह या तो हरिद्वार (हिमालय) के जंगलों में या रामेश्वरम्‌ के जंगलों में पैदा होते हैं। इसमें भी रामेश्वरम में जो रुद्राक्ष पैदा होता है वह अर्द्ध-चन्द्राकार या काजू के आकार का होता है तथा हरिद्वार (हिमालय) में जो पैदा होता है वह बिल्कुल गोल तो नहीं लगभग गोल जैसा ही होता है। कीमत के मामले में हरिद्वार (हिमालय) का गोल रुद्राक्ष, रामेश्वरम्‌ के अर्द्ध-चन्द्राकार के मुकाबले बहुत कीमत का होता है। यह पूजन हेतु भी अति उत्तम है। इसे आप अपने पूजन स्थान पर चाँदी की तश्तरी अथवा सिंहासन पर रखकर प्रतिदिन पूजा कर सकते हैं।

एकमुखी रुद्राक्ष किसी विश्वनीय व्यक्ति या दुकान से ही खरीदना चाहिए। जो इसका लैब टेस्ट सर्टिफिकेट और X-Ray जिसमे इसकी अंदर की असली संरचना भी होती है वह भी प्राप्त करना चाहिए। आप X-Ray की मदद से Rudraksha को पहचान सकते है।

एकमुखी रुद्राक्षऔर 12 मुखी रुद्राक्ष का असर एक-जैसा ही है। एक मुख वाला न मिले तो चौदह मुख वाला रुद्राक्ष पहनना अथवा पूजन करना चाहिये।

1 Mukhi Rudraksha Benefits in hindi

  • एक मुखी रुद्राक्ष क्रूर ग्रहो के प्रभावों को दूर करता है।यह सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को दूर करता है।अगर आपका लग्न कन्या ,मीन और मकर है तो इसमें सूर्य की राशि ६,८,12 भाव में आती है इसके अलावा अगर सूर्य ६,८,१२,भाव हो। अगर सूर्य शनि ,राहु या इन ग्रहो की दृष्टि सूर्य पर हो तो एक मुखी रुद्राक्ष पहना जा सकता है।यह कुंडली में सूर्य को बेहतर बनता है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष के दर्शन करने मात्रा से भी पाप विनाश हो जाते है। यह धर्म ,अर्थ, काम ,मोक्ष प्रदान करता है।इसे धारण करने से चतुर्वेद पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है।
  • अगर आप इसे पहनना नहीं चाहते तो इसे मंदिर में रख कर पूजा की जा सकती है इससे भी यह फायदा देता है। इससे घर में स्थिर लक्ष्मी का निवास होता है तथा स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है ऐसा कहा जाता है।
  • इसके दर्शन स्पर्श करने से मान सम्मान में वृद्धि और अगर घर में वास्तु दोष है तो वास्तु दोष भी ठीक होता है। घर के ईशान कोण में मंदिर में रखने पर वास्तुदोष नष्ट होते जाते है ।
  • अगर घर में कोई व्यक्ति किसी गंभीर बिमारी से पीड़ित है तो एक मुखी रुद्राक्ष को एक कटोरी पानी में रात भर रख कर सुबह उस पानी को रोगी को ११ दिनों तक पिलाने पर रोगी को काफी लाभ होता है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सात्विक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। मन में सात्विक विचार उत्त्पन्न होते है।
  • अगर शरीर में गर्मी अधिक है या तासीर गर्म है तो एक मुखी रुद्राक्ष श्रेष्ट उपाय है । इसे आप पंचमुखी रुद्राक्ष की माला के साथ पहन सकते है इससे काफी फायदा मिलता है ।
  • ऐसा कहा जाता है की एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अष्ट सिद्धिया और नौ निधियाँ की प्राप्ति होती है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष एक सेतु का कार्य करता है यह आपको आध्यात्मिकता और शिव से सीधे जोड़ने का कार्य करता है ।
  • इसे धारण करने पर आप पितृ दोष से मुक्त हो जाते है तथा पितरो की कृपा प्राप्त होती है ।
  • यह नर्वस सिस्टम से जुडी बीमारियों में फायदा देती है उन्हें ठीक करती है ,माइग्रेन ,क्लॉटिंग आदि में लाभ देती है और जो ह्रदय रोगी है उन्हें भी एक मुखी रुद्राक्ष का बड़ा लाभ मिलता है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष एकाग्रता प्रदान करता है और इन्द्रियों को नियंत्रित करने की शक्ति प्रदान करता है।
  • इसे धारण करने से गुप्त शत्रुओ का भय नहीं रहता।
  • इसे धारण करने से आत्मविश्वास जागृत होता है। यह लीडरशिप प्रदान करता है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता तथा शरीर स्वस्थ और निरोगी रहता है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष ही सब कुछ दे देता है।इसके बाद और कुछ धारण करने की आवश्यकता नहीं रहती है। यह इच्छा पूर्ति ,आर्थिक स्थिति ,पैसा और सफलता सब कुछ देता है।
  • राजनितिक लोगो ,प्रशासनिक अधिकारी और बड़े व्यापारीयो को भी इसे धारण करना चाहिए।
  • एक मुखी रुद्राक्ष गल्ले या अलमारी में रखने से वह स्थान कभी धन से खाली नहीं होता है।

एक मुखी रुद्राक्ष किस लग्न के लोग पहन सकते है

सूर्य मेष लग्न में पंचम भाव का स्वामी ,सिंह लग्न में लग्नेश ,और धनु लग्न में नवमेश अर्थात भाग्य स्थान का स्वामी होता है इसलिए मेष ,सिंह और धनु लग्न के जातक एक मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।

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एक मुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करे

1 मुखी काजू आकार का रुद्राक्ष इसमें कोई छेद नहीं होता इसलिए इसे धागे में पिरोना संभव नहीं है। इसलिए एक मुखी काजूदाना को चाँदी में ढलवा कर इसका लॉकेट बनाया जाता है। इसके बाद आप इसे किसी भी चैन या धागे में पहन सकते है।

एक मुखी रुद्राक्ष का मंत्र

1 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीं नमः” है । इसे धारण करने के लिए रुद्राक्ष की माला से 108 बार जप करना होता है।

ॐ एम् हं औ एम् ॐ। इति मंत्रः।

1 mukhi rudraksha mantra

विनियोग मंत्र

अस्य श्री शिव मन्त्रस्य प्रासाद ऋषि: पंक्ति: छन्दः शिवोदेवता हंकारो बीजम् औं शक्तिः मम चतुर्वर्गसिद्ध्यर्थे एकमुखी रुद्राक्ष धारणार्थे जपे विनियोगः।

वामदेव ऋषये नमः शिरसि ,पंक्तिश्छन्दसे नमो मुखे ,ऋ एम् ऐं नमः हृदि ,हं बीजाय नमो गुह्यं , ओं शक्तये नमः पादयोः।

अथ करन्यासः मंत्र

ॐ ॐ ह्रां अंगुष्ठाभ्यां नमः |
ॐ ऐं ह्रीं तर्जनीभ्यांस्वाहा |
ॐ ह्रीं ह्रूं मध्यमाभ्यां वौषट् |
ॐ आं ह्रैं अनामिकाभ्यां हुं |
ॐ ऐं ह्रौं कनिष्ठिकाभ्यां वौषट् |
ॐ ह्रः करतलकरपृष्ठाभ्यां फट् इति करन्यासः || इति करन्यासः।

अथाङ्ग न्यासः मंत्र

ॐ ॐ ह्रां हृदयाय नमः |
ॐ ऐं ह्रीं शिरसे स्वाहा |
ॐह्रैं ह्रूं शिखायै वौषट |
ॐ औं ह्रैं कवचाय हुम् |
ॐ ऐं ह्रौं नेत्रत्रयाय वौषट |
ॐ ॐ ह्रः अस्त्राय फट |

अथ ध्यानम मंत्र

मुक्तापीन पयोद मौक्तिकाजपावर्णेरवै: पञ्चभि:।
त्रयाक्षे राजितमीश मिन्दु मुकुटं पूर्णन्दु कोटिप्रभम्‌।
शूल॑ टंक कृपाण वज्र दहनान्नागेन्द्र घंटाशुकं।
हस्ताजेष्वभयंवरांश्चदधतं तेजोज्ज्वलं चिन्तये॥

एवं ध्यात्वा मानसोपचारैः संपूज्य कुर्याज्जप सहस्त्रकम तदन्तरमाभिमुख्य सामीप्यं , घटोपरि ताम्र पात्रं निधाय तत्र रुद्राक्षं क्षिप्त्वा पंक्ति प्राणायाम कृत्वा।
पश्चात्‌ वामे जलपात्रं धृत्वा तत्रं तले सत्यहस्तं धृत्वा दक्षिण पाणिन। सहर्नजपं कुर्यात्‌। पुनस्तस्योपरि जल क्षिपेत्‌ रुद्राक्ष धारयेत्‌। एवं सर्वत्र विधिज्ञेय:।।

मानसोपचार पूजा मंत्र

ॐ लं पृथिव्यात्मक गन्धं परिकल्पयामि |
हे प्रभु में आपको पृथ्वीरूप चंदन अर्पण करता हूँ ।
ॐ हं आकाशात्मकं पुष्पं परिकल्पयामि |
हे प्रभु में आपको आकाशरूपी पुष्प अर्पण करता हूँ |
ॐ यं वाय्वात्मकं धूपं परिकल्पयामि |
हे प्रभु में आपको वायुदेव रूपी धूप अर्पण करता हूँ।
ॐ रं वह्न्यात्मकं दीपं दर्शयामि |
हे प्रभु में आपको अग्निदेव के रूप में दीपक प्रज्वलित करता हूँ।
ॐ वं अमृतात्मकं नैवेद्यं निवेदयामि |
हे प्रभु में आपको अमृत रूपी नैवेद्य अर्पण करता हूँ।
ॐ सौं सर्वात्मकं सर्वोपचारं परिकल्पयामि |
हे प्रभु में सर्वात्म रूप से आपको संसार की सभी पूजा सामग्री आपको समर्पित करता हूँ आप स्वीकार करे और प्रसन्न हो |

इसके आलावा हमें ॐ नमः शिवाय का रोज 108 बार जप करना चाहिए जिससे यह रुद्राक्ष हमसे जुड़ जाता है।

एक मुखी रुद्राक्ष किस ग्रह के लिए है(Ruling Planet)

1 मुखी रुद्राक्ष सूर्य ग्रह के लिए है और सूर्य के प्रभाव में वृद्धि करता है।

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एक मुखी रुद्राक्ष के बारे में सद्गुरु के विचार

ईशा योग के सद्गुरु जी ने अपने एक वीडियो में बताया था की –“अगर आप एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करते है तो आप बारह दिनों के अंदर अपने परिवार को छोड़ देंगे। कहने का तात्पर्य यह की अगर आप अपने परिवार में रहे या नहीं यह रुद्राक्ष आपमें एक अलग ही तरह की ऊर्जा भर देगा जिससे आप अकेले रहने लग जायेंगे आपको एकांतप्रिय बना देगा। आप दूसरो के साथ रहना पसंद नहीं करेंगे।”

एक मुखी रुद्राक्ष के बारे में पंडित प्रदीप मिश्रा के विचार

पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी कथा में कहा है की-” एक मुखी रुद्राक्ष लक्ष्मी की वृद्धि के लिए होता है। यह जितना छोटे से छोटा होता है उतना सुख देता है। यह कार्य सिद्धि के लिए होता है। सरस्वती का भाव पैदा करता है। जिस घर में होता है वह सुख समृद्धि होती है और इसे धारण करने वाला सुख सुविधाओं से संपन्न हो जाता है।”

1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने में सावधानियाँ

  • एक मुखी रुद्राक्ष को पहली बार धारण करने पर आपको बेचैनी मानसिक तनाव भी हो सकता है।लेकिन अगर आपको यह सूट हो जाता है तो आप इसे अपने आप से अलग नहीं कर पाते।
  • अगर आपको ऐसा लग रहा है की यह आपको सूट नहीं हो रहा तो आप इसे अपने घर के मंदिर में भी स्थापित कर सकते है।
  • एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के बाद मदिरा ,नॉनवेज ,अंडे आदि का सेवन नहीं करना चाहिए नहीं तो इससे इसके नकारात्मक प्रभाव भी हमें मिलते है। प्याज लहसुन को भी प्रयोग में नहीं लाना चाहिए ।
  • अगर आप साबुन या शैम्पू का प्रयोग करते है तो नहाते वक़्त इसे उतार दे। लेकिन अगर आप किसी नदी में स्नान करते है या बिना किसी साबुन के नहाते है तो इसे पहने रख सकते है।
  • रात को सोते समय भी रुद्राक्ष को निकाल देना चाहिए।

एकमुखी रुद्राक्ष की कीमत

हरिद्वार और रामेश्वर के 1 मुखी रुद्राक्ष की कीमत 1000 रूपये के आस पास होती है। यह काजूदाना के नाम से जाना जाता है। कुछ लोग इन्ही रुद्राक्ष को 5000 से ज्यादा में भी बेच देते है। एक मुखी इंडोनेशियन रुद्राक्ष की कीमत 3000 के आस पास होती है। लेकिन एक मुखी गोल रुद्राक्ष की कीमत बता पाना मुश्किल है क्योंकि यह काफी दुर्लभ होता है इसलिए कोई भी एक मुखी गोल रुद्राक्ष आपको सस्ते में दे तो इसपर संदेह करना चाहिए।एक मुखी के स्थान पर आप १२ मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।

आवश्यक जानकारी :1 Mukhi Rudraksha Benefits in hindi के बारे में जानकारी विभिन्न पुस्तकों और अनुभव के आधार पर प्रदान की गयी है। हम पाठको से अनुरोध करते है की रुद्राक्ष के तथ्यों पर अपना विवेक का प्रयोग अवश्य करे।

FAQ:

Ek Mukhi Rudraksha दुर्लभ है ?

1 मुखी गोल रुद्राक्ष दुर्लभ है लेकिन काजू आकर का एक मुखी भारतीय रुद्राक्ष मिल जाता है।

1 मुखी रुद्राक्ष काजूदाना की कीमत क्या है?

1 मुखी काजूदाना रुद्राक्ष की कीमत १००० रुपये के आस पास होती है।

1 Mukhi Rudraksha कब पहने ?

अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर हो या आपमें आत्मविश्वास की कमी हो। इसके अलावा अगर आप एक शिवभक्त है तो इसे धारण कर सकते है।

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